मुझे इतनी फुर्सत कहाँ कि तक़दीर का लिखा देखूँ ,बस अपनी बेटी की मुस्कराहट देखकर समझ जाती हूँ की आज मेरी तकदीर बुलंद है : तृप्ति भटनागर

मुझे इतनी फुर्सत कहाँ कि तक़दीर का लिखा देखूँ ,

बस अपनी बेटी की मुस्कराहट देखकर समझ जाती हूँ की आज मेरी तकदीर बुलंद है। ❤️ राष्ट्रीय बालिका दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं, हमेशा यूँ ही मुस्कुराती रहो ,इक तेरे मुस्कराने से ही

खिलता है जिंदगी का हर रंग🫂

तृप्ति भटनागर