ग्वालियर शहर के सुप्रसिद्ध कथा वाचक आचार्य पं.घनश्याम शास्त्री जी महाराज के मुखारविंद से संगीतमय श्री खाटू श्याम कथा का आयोजन प्रारंभ हो गया है यह खाटू श्याम कथा चंबल सम्भाग की पहली खाटू श्याम कथा है कथा 05 फरवरी से 12 फरवरी तक आयोजित है कथा का समय: दोपहर 1:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक है
भव्य कलश यात्रा पहाड़ वाली माता मंदिर से निकाली गई
सुप्रसिद्ध कथा वाचक पंडित घनश्याम शास्त्री जी महाराज ने बताया कि कलियुग के देवता के रूप में खाटू श्याम को आज देश-दुनियाभर में पूजा जा रहा है. खाटू श्याम को भगवान कृष्ण का चमत्कारी रूप माना जाता है और कहा जाता है कि जो भी बाबा के दरबार में सच्ची श्रद्धा के साथ मनोकामना मांगता है उसकी मनोकामना जरूर पूरी होती खाटू श्याम बाबा का असली नाम बर्बरीक है. महाभारत काल के दौरान उनके पिता का नाम घटोत्कच और माता का नाम कामकंटकटा (मोरवी) था. कुरुक्षेत्र में जब कौरव और पांडवों के बीच युद्ध चल रहा था तब बर्बरीक मैदान में उतरे थे. उन्होंने प्रतिज्ञा ली थी कि जो पक्ष कमजोर होगा उसका वह साथ देंगे इसलिए बाबा को हारे का सहारा कहा जाता है
इस अवसर पर कथा आयोजक माधव बाल निकेतन एवं वृद्ध आश्रम अध्यक्ष पवन भटनागर चेयरमैन नूतन श्रीवास्तव,अभय चौधरी,श्रीमती रजनी कुशवाह,धर्मेंद्र कुशवाहा, डॉ राजीव श्रीवास्तव, पंकज श्रीवास्तव, महेश सक्सेना, श्रीमती लक्ष्मी भटनागर, श्रीमती सीमा सक्सेना, नीरू भटनागर, प्रदीप भटनागर, साक्षी श्रीवास्तव,शुभम श्रीवास्तव, भावना जालौन,शिव शर्मा ,हरिओम शर्मा आदि लोग उपस्थित थे।